महाभारत यथार्थ कथा : बोधिसत्व की किताब
कवि लेखक डॉ बोधिसत्व मेरे घर पधारे और उन्होंने मुझे और मेरी पत्नी रमा को अपनी नई किताब महाभारत यथार्थ कथा भेंट की। पौराणिक विषय पर यह उनकी पहली किताब है। महाभारत यथार्थ कथा में वैचारिक स्तर पर सत्य और अर्धसत्य का गहन विश्लेषण और वैचारिक गंभीरता हर अध्याय में दिखाई पड़ती है। यह पहला भाग आया है। अभी महाभारत यथार्थ कथा के तीन और भाग आएंगे। डॉ बोधिसत्व की यह किताब पौराणिक आख्यानों को एक नए नज़रिये से देखने की मांग करती है।
डॉ बोधिसत्व का मूल नाम अखिलेश कुमार मिश्र है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय से हिंदी में एम. ए. और वहीं से तार सप्तक के कवियों के काव्य सिद्धान्त पर डिलिट् की उपाधि लेने वाले डॉ बोधिसत्व के चार कविता संग्रह प्रकाशित हैं। उन्होंने 'शिखर' और 'धर्म' जैसी फ़िल्मों और दर्जनों टीवी धारावाहिकों का लेखन किया है। वे 'देवों के देव महादेव' और 'जोधा अकबर' जैसे कई बड़े धारावाहिकों के शोधकर्ता और सलाहकार रहे। इन दिनों वे अनेक ओटीटी प्लेटफॉर्म के पौराणिक धारावाहिकों के मुख्य शोधकर्ता और सलाहकार हैं।
कई सम्मानों से विभूषित डॉ बोधिसत्व की कुछ कविताएँ मास्को विश्वविद्यालय के स्नातक के पाठ्यक्रम में पढ़ाई जाती हैं। दो कविताएँ गोवा विश्व विद्यालय के स्नातक पाठ्यक्रम में शामिल थीं। पिछले 21 सालों से मुंबई में उनका बसेरा है। सिनेमा, टेलीविजन और पत्र-पत्रिकाओं के लिए लिखाई का काम करते हैं। महाभारत यथार्थ कथा के लिए डॉ बोधिसत्व को बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं।
आपका - देवमणि पांडेय, मुम्बई
सम्पर्क : 98210 82126
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