मर्यादा क़ानूनों की : डॉ क्षमा पांडेय का काव्यसंग्रह
मनुष्य के सोच और सरोकार की अभिव्यक्ति के लिए कविता एक असरदार माध्यम है। भोपाल की कवयित्री डॉ क्षमा पांडेय ने अपनी कविताओं के ज़रिए यह साबित किया है कि वैचारिक संवाद के लिए काव्य सृजन का इस्तेमाल कितनी ख़ूबसूरती से किया जा सकता है। उनके नए काव्य संग्रह का नाम है- मर्यादा क़ानूनों की। कथ्य की नवीनता और प्रस्तुतीकरण के धारदार तेवर के कारण यह काव्य संग्रह पाठकों के मन मस्तिष्क पर एक गहरी छाप छोड़ने में सक्षम है।
डॉ क्षमा पांडेय की कविताओं का फलक बहुत व्यापक है। उनकी कविताएं देश, समाज, और मनुष्यता के पक्ष में खड़ी हैं। ये कविताएं विषय वैविध्य का अद्भुत नमूना हैं। क्षमा जी ने स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस, पर्यावरण, मां, बेटी, पिता, दीदी, फूल, प्रेम, वर्षा, मनुष्य, विश्व शांति आदि विषयों पर कविताएं लिखकर नई पीढ़ी के सामने देश प्रेम, समाज प्रेम और प्रकृति प्रेम का आदर्श प्रस्तुत किया है। अपनी संवेदना के ज़रिए ये कविताएं पाठकों के साथ अपना एक आत्मीय रिश्ता जोड़ लेती हैं।
डॉ क्षमा पांडेय का जन्म एक साहित्यिक परिवार में हुआ। वे "लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती" जैसी प्रेरक कविता लिखने वाले पद्मश्री राष्ट्रकवि सोहनलाल द्विवेदी की सुपौत्री हैं। उनके पिता डॉ शिव शरण द्विवेदी संस्कृत साहित्य के प्रकांड विद्वान और कवि थे। मां मनोरमा देवी का संगीत से गहरा लगाव था। ऐसे साहित्यिक माहौल में डॉ क्षमा पांडेय की रचनात्मकता को आगे बढ़ने का हौसला मिला। अपनी सशक्त लेखनी से उन्होंने साबित किया कि वे एक समर्थ कवयित्री हैं।
'मर्यादा क़ानूनों की' काव्य संकलन के लिए मैं डॉ क्षमा पांडेय को हार्दिक बधाई देता हूं। मेरी शुभकामना है कि उनकी कविताओं को जनमानस में लोकप्रियता हासिल हो और वे इसी तरह कामयाबी की मंज़िलें तय करती रहें।
नमन प्रकाशन दरियागंज नई दिल्ली से प्रकाशित किस काव्य संग्रह का मूल्य ₹250 है। डॉ क्षमा पांडेय का सम्पर्क नंबर है 9826 99 1191.
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