बुधवार, 20 मई 2015

कवि देवमणि पाण्डेय को त्रिसुगंधि साहित्य रत्न सम्मान



त्रिसुगंधि शिवचंद ओझा ओसियां स्मृति सम्मान समारोह 

त्रिसुगंधि साहित्य, कला एवं संस्कृति संस्थान पाली राजस्थान के तत्वावधान में आयोजित श्री शिवचंद ओझा ओसियां स्मृति सम्मान समारोह एवं दो दिवसीय राष्ट्रीय साहित्यकार सम्मलेन का 7 मई 2014 को पिण्डवाडा, जिला सिरोही, राजस्थान में भव्य आगाज़ हुआ । उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि थे वरिष्ठ साहित्यकार एवं राजस्थान उच्चतर न्यायिक सेवा से सेवानिवृत मुरलीधर वैष्णव साहब। देहरादून से पधारे जाने-माने गीतकार डॉ. बुद्धिनाथ मिश्र ने अध्यक्षता की। विशिष्ट अतिथि थे दुनिया इन दिनों (भोपाल) के प्रधान संपादक-साहित्यकार डॉ.सुधीर सक्सेना, साहित्यकार सुरेखा शर्मा (हरियाणा) व विश्वगाथा के संपादक-लेखक पंकज त्रिवेदी (गुजरात), और प्रकाश कोठारी (जलगांव)। कार्यक्रम की शु्रूआत आदर्श विधामंदिर स्कूल वनवासी कल्याण परिषद की छात्राओं द्वारा माँ सरस्वती वंदना से हुई। तत्पश्चात संस्था अध्यक्ष आशा पाण्डेय ओझा द्वारा विषय प्रवेश व स्वागत उद्बोधन के साथ ही इसी स्कूल की छात्राओं ने राजस्थानी लोक गीत" मोरियो रे झट चौमासो लाग्यो" पर शानदार नृत्य की प्रस्तुती दी। भीलवाड़ा राजस्थान से पधारे जाने-माने कवि प्रह्लाद पारिक ने इस सत्र का शानदार संचालन किया।

कार्यक्रम का दूसरा सत्र सांय 6 बजे प्रारम्भ हुआ। आशा पाण्डेय ओझा आशा के काव्य संग्रह ‘वक़्त की शाख़ से’का विमोचन गीतकार डॉ. बुद्धिनाथ मिश्र एवं समारोह अध्यक्ष वरिष्ठ बाल साहित्यकार डॉ. गोविन्द शर्मा संगरिया ने किया। वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. विमला भंडारी (सलूम्बर), वरिष्ठ साहित्यकार एवं राजस्थानी व हिंदी के समान रूप से लेखन करने वाले डॉ. रवि पुरोहित (बीकानेर), वरिष्ठ पत्रकार संजय सिंह (राष्ट्रीय सहारा दिल्ली), प्रकाश दीवान (दिल्ली),साहित्यकार मोनिका गौड़ (बीकानेर), साहित्यकार दिनेश माली (उड़ीसा), ने पुस्तक पर अपने विचार प्रस्तुत किये । इसी सत्र में वरिष्ठ साहित्यकार व नवगीत के सशक्त हस्ताक्षर बुद्धिनाथ मिश्र जी का साहित्य में उनके समग्र योगदान के लिए संस्था द्वारा अभिनंदन किया गया। बांसवाडा (राजस्थान) के जाने-माने कवि साहित्यकार डॉ. सतीश आचार्य ने मंच संचालन किया। 

रात 9 बजे काव्य गोष्ठी व मुशायरे का आगाज़ हुआ मुम्बई से पधारे फिल्म गीतकार व जाने-माने शायर देवमणि पाण्डेय साहब के मुख्य आतिथ्य में। सुपरिचित कवि दिनेश सिंदल (जोधपुर) अध्यक्षता की। विशिष्ट अतिथि थे पटियाला पंजाब से पधारे शायर सागर सूद। कवि प्रहलाद पारीक (भीलवाडा), कवि डॉ.सतीश आचार्य (बांसवाडा), सोम प्रसाद साहिल (शिवगंज), कवि विवेक पारीक (झूंझनू), अब्दुल समद राही (सोजत), समी शम्स वारसी (आबूरोड) आदि जाने-माने कवियों व शायरों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुती देकर रात दो बजे तक श्रोताओं को बांधे रखा। कार्यक्रम में नवगीत के सुपरिचित हस्ताक्षर डॉ.बुद्धिनाथ मिश्र के गीतों ने इतनी मिठास घोली की श्रोता मंत्रमुग्ध हो उठे। डॉ.राम अकेला (पीपाड़) ने अद्भुत संचालन से सबका मन मोह लिया। 



कार्यक्रम के दूसरे दिन आठ मई को सुबह 9 बजे पहले सत्र में ‘समकालीन कविता में स्त्री विमर्श’ विषय पर चर्चा हुई। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि जेल अधीक्षक व लेखिका प्रीता भार्गव थी। कहानीकार माधव नागदा, साहित्यकार डॉ.विमला भंडारी, और डॉ.नवीन नंदवाना ने चर्चा में भाग लिया। वरिष्ठ साहित्यकार डॉ.सुधीर सक्सेना ने अध्यक्षता की। संचालन किया कवि प्रहलाद पारीक ने।

कार्यक्रम के दूसरे सत्र में ‘समकालीन कहानी में आंचलिकता का प्रभाव’ विषय पर चर्चा हुई। मुख्य अतिथि लेखक पंकज त्रिवेदी। जाने-माने कहानीकार दिनेश पंचाल ने अध्यक्षता की। डॉ. दिनेश चारण और रीना मेनारिया ने प्रमुख वक्ता के तौर पर अपनी बात रखी। कार्यक्रम का संचालन कवयित्री शकुंतला सरूपरिया ने किया। 

अंतिम सत्र में सम्मान समारोह हुआ। श्री शिवचंद ओझा साहित्य शिरोमणि पुरस्कार डॉ.नन्द भरद्वाज को उनके समग्र लेखन व साहित्य सेवाओं के लिए प्रदान किया गया। कला क्षेत्र का कला शिरोमणि सम्मान अब तक दस से अधिक देशों में व हिंदुस्तान भर में अपने कथक नृत्य की प्रस्तुती दे चुकीं ग्वालियर की नृत्यांगना डॉ समीक्षा शर्मा को प्रदान किया गया। समग्र लेखन एवं साहित्य सेवाओं के लिए सुधीर सक्सेना (भोपाल), देवमणि पाण्डेय (मुम्बई), दिनेश माली (उड़ीसा), सुरेखा शर्मा (गुडगाँव), पंकज त्रिवेदी (गुजरात), सागर सूद (पटियाला,पंजाब), और मोनिका गौड़ (बीकानेर) को त्रिसुगंधि साहित्य रत्न सम्मान प्रदान किया गया । कला एवं संस्कृति में विशिष्ट योगदान के लिए डॉ.महासिंह पूनिया (कुरुक्षेत्र हरियाणा) को कला व संस्कृति रत्न सम्मान प्रदान किया गया । डॉ.नवीन नंदवाना (उदयपुर), डॉ.शकुंतला सरूपरिया (उदयपुर) व डॉ.दिनेश चारण (आबू रोड) व आदर्श विधा मंदिर विद्यालय वनवासी कल्याण परिषद पिण्डवाडा का अभिनन्दन किया गया। सारे अतिथियों व प्रतिभागियों को उपरणा,स्मृति चिन्ह व प्रमाण पत्र प्रदान किये गए। सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि थे डॉ. बुद्धिनाथ मिश्र व अध्यक्षता की वरिष्ठ साहित्यकार मुरलीधर वैष्णव ने। कार्यक्रम का संचालन किया कवि विवेक पारीक ने। अंत में संस्था अध्यक्ष आशा पाण्डेय ओझा ने सभी पधारे हुए साहित्यकारों व अतिथियों का आभार व्यक्त किया। 

प्रस्तुति : विवेक पारीक

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