शुक्रवार, 14 जुलाई 2023

तुम क्यों उदास हो : कुलबीर बडेसरों का कहानी संग्रह

 

तुम क्यों उदास हो : कुलबीर बडेसरों का कहानी संग्रह 

पंजाबी कथाकार कुलबीर बडेसरों के हिंदी कहानी संग्रह का नाम है- तुम क्यों उदास हो। सुखों के प्रवाह, दुखों के ज्वार और झरने की तरह झरते मानवीय आवेग को कुलबीर जिस तन्मयता के साथ चित्रित करती हैं वह अद्भुत है। सूक्ष्म से सूक्ष्म ब्यौरों को भी अपनी अभिव्यक्ति में शामिल करके वे उसे मानवीय अनुभवों की अमूल्य धरोहर की तरह सहेज लेती हैं। उनके एहसास जिस तरह हमारी सोच और संवेदना में घुल मिल जाते हैं वह एक विरल संरचना है। 

कुलबीर की कहानियों के संजीदा पात्र माहौल में ऐसी नमी घोल देते हैं कि पाठक का मन तरबतर हो जाता है। भावनाओं के आवेग के साथ आगे बढ़ती हुई कहानियां एक ऐसे मुकाम पर जाकर ठहरती हैं कि पढ़ने वाला स्तब्ध रह जाता है। फिर काफ़ी देर तक सिर्फ़ ख़ामोशी की आवाज़ सुनाई पड़ती है। कुलबीर की कहानियों में एक सुनियोजित क्लाइमैक्स है। यह क्लाइमेक्स इतने स्वाभाविक ढंग से अचानक उपस्थित होता है कि हमेशा के लिए पाठकों की स्मृति का हिस्सा बन जाता है। 

बोलचाल की जीवंत भाषा, रिश्ते नातों की ऊर्जा से समृद्ध कथ्य और सहज सरल अभिव्यक्ति वाली कहानियों का यह संग्रह बेहद पठनीय है। कुलबीर बडेसरों एक अच्छी अभिनेत्री भी हैं। उन्होंने कई फ़िल्मों और धारावाहिकों में अपने अभिनय का जादू दिखाया है। उन्हें पता है कि मनुष्य के अंतस में छुपी भावनाओं को असरदार तरीके से कैसे पेश किया जा सकता है। फ़नकारी का यह कमाल उनकी कहानियों को यादगार बना देता है। पंजाबी से इन कहानियों का हिंदी में ख़ूबसूरत अनुवाद प्रतिष्ठित कवि कथाकार सुभाष नीरव ने किया है। इस सुंदर कहानी संग्रह के लिए कुलबीर बडेसरों को बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं। 

आपका - 

देवमणि पांडेय : 98210 82126

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