tag:blogger.com,1999:blog-765514892586429286.post3294828318756704861..comments2023-08-18T09:05:14.983-07:00Comments on Apna To Mile Koi : साहिर लुधियानवी : मैं पल दो पल का शायर हूंदेवमणि पांडेय Devmani Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/09583435334580761206noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-765514892586429286.post-23049766052119347422020-07-11T23:06:20.481-07:002020-07-11T23:06:20.481-07:00बहुत खूब, पांडेय जी। साहिर पर पढ़ते ही अमृता की याद...बहुत खूब, पांडेय जी। साहिर पर पढ़ते ही अमृता की याद आयी और फिर याद आयी अपने युवा मन के दौरान बिताए गए पलों की। साहिर के गीतों को पढ़ता रहा और आंखें नम होतीं रहीं।जितेन्द्र 'जीतू'https://www.blogger.com/profile/11540091458194396571noreply@blogger.com